Question: ग्रह मैत्री क्या होती है?

ग्रह मैत्री क्या होता है?

ग्रह मैत्री पांचवां कूट है तथा इसके लिए पांच गुण अंक निर्धारित हैं। इसका विशेष महत्व इसलिए भी है क्योंकि ग्रह मैत्री होने पर अन्य अनेक कूटों के दोषों का परिहार हो जाता है। ये ग्रह हैं - सूर्य, चन्द्र, मंगल, बुध, गुरु, शुक्र तथा शनि। समस्त कैलेंडर या काल गणणा इन्हीं के आधार पर किया जाता है।

सूर्य के मित्र ग्रह कौन कौन से हैं?

सूर्य : सूर्य के चंद्रमा, मंगल व गुरु मित्र होते हैं। शनि-शुक्र शत्रु व बुध से सम्यता के संबंध है।

बृहस्पति ग्रह के मित्र ग्रह कौन से हैं?

सूर्य चंद्रमा और मंगल ग्रह बृहस्पति के लिए मित्र ग्रह है, बुध शत्रु है और शनि तटस्थ है।

कौन सा ग्रह किस राशि में उच्च का होता है?

सूर्य मेष में, चंद्र वृष में, बुध कन्या में, गुरू कर्क में, मंगल मकर में, शनि तुला में और शुक्र मीन राशि में उच्चच के परिणाम देते हैं। यानि पूरी तीव्रता से परिणाम देते हैं। इसी तरह सूर्य तुला में, चंद्रमा वृश्चिक में, बुध मीन में, गुरू मकर में, मंगल कर्क में, शुक्र कन्यार में और शनि मेष में नीच का परिणाम देते हैं।

नाड़ी दोष कैसे पता करे?

गुण मिलान करते समय यदि वर और वधू की नाड़ी अलग-अलग हो तो उन्हें नाड़ी मिलान के 8 में से 8 अंक प्राप्त होते हैं, जैसे कि वर की आदि नाड़ी तथा वधू की नाड़ी मध्य अथवा अंत। किन्तु यदि वर और वधू की नाड़ी एक ही हो तो उन्हें नाड़ी मिलान के 8 में से 0 अंक प्राप्त होते हैं तथा इसे नाड़ी दोष का नाम दिया जाता है।

बुध ग्रह के मित्र कौन कौन है?

ज्योतिष के मुताबिक सूर्य और शुक्र, बुध के मित्र हैं जबकि चंद्रमा और मंगल इसके शत्रु ग्रह हैं.

राहु के मित्र ग्रह कौन कौन से हैं?

बुध, शुक्र और शनि राहु के मित्र होते हैं जबकि सूर्य और चंद्रमा राहु के शत्रु। मंगल और गुरु का राहु से सम संबंध माना जाता है। - चतुर्थ, अष्टम और द्वादश भाव में स्थित राहु अशुभ होता है। - कुंडली में सूर्य, चंद्रमा, मंगल लग्न भाव के स्वामी हैं तो राहु से अशुभ फल प्राप्त होते हैं।

राशि नवांशपति क्या होता है?

यदि वर-वधु की कुंडली के चंद्र राशिश या नवांशपति परस्पर मित्र राशि में हो तब नव-पंचम का परिहार होता है। लड़के की राशि से लड़की की राशि दूसरे स्थान पर हो तो लड़की धन की हानि करने वाली होती है लेकिन 12वें स्थान पर हो तब धन लाभ कराने वाली होती है।

किस ग्रह का कौन सा घर होता है?

अनिरुद्ध जोशी आओ जानते हैं कि लाल किताब के अनुसार किस ग्रह का कौन सा घर होता है? मकान पूर्वमुखी है, तो सूर्य का मकान है। इसके अलावा अधिकतर मकानों में पानी का स्थान गेट में दाखिल होते ही दाएं हाथ पर होगा। यदि तेज फल का वृक्ष लगा हो और बड़ा-सा दरवाजा भी हो, तो यह सूर्य का पक्का घर है।

कौन सा ग्रह किस राशि में उच्च और नीच का होता है?

उच्च, नीच- मेष में उच्च और तुला में नीच के माने गए हैं। राशि भ्रमण- प्रत्येक राशि में एक माह। उच्च, नीच- गुरु कर्क में उच्च, मकर में नीच। राशि- वृषभ और तुला।

कौन सा ग्रह किस घर में उच्च का होता है?

ग्रहों के उच्च और नीच स्थान : मंगल : यह ग्रह मकर में उच्च का और कर्क में नीच का होता है। बुध : यह ग्रह कन्या में उच्च का और मीन में नीच का होता है। बृहस्पति : यह ग्रह कर्क में उच्च का और मकर में नीच का होता है। शनि : यह ग्रह तुला में उच्च और मेष में नीच का होता है।

ग्रह कितने अंश तक नीच होता है?

जब किसी जातक की जन्मकुंडली बनाई जाती है तो प्रत्येक ग्रह 0 से 30 अंश के बीच ही होता है। ग्रहों की पांच प्रकार की अवस्थाएं होती हैं। प्रत्येक अवस्था 6 अंश की होती है। ग्रहों के अंश के आधार पर ही जातक का भविष्यकथन किया जाता है।

मित्र ग्रह कौन कौन से हैं?

क्या आप जानते हैं ग्रहों में भी होती है शत्रुता और मित्रता, पढ़ें सूर्य : मित्र- चन्द्र, मंगल, बुध, गुरु चंद्र : मित्र- सूर्य, मंगल, गुरु मंगल : मित्र- सूर्य, गुरु, केतु बुध : मित्र- चंद्र, शुक्र, शनि गुरु : मित्र- सूर्य, मंगल शुक्र : मित्र- बुध, शनि, राहु, केतु शनि : मित्र- शुक्र, राहु, केतु राहु :More items

बुध ग्रह के मित्र कौन कौन से हैं?

बुध को वाणी से भी जोड़कर देखा जाता है. ज्योतिष के मुताबिक सूर्य और शुक्र, बुध के मित्र हैं जबकि चंद्रमा और मंगल इसके शत्रु ग्रह हैं.

राहु को खुश कैसे करे?

राहु दोष के शांति के उपाय- राहु ग्रह के अशुभ परिणामों से बचने के लिए राहु मंत्र का जाप करना चाहिए. राहु की अशुभ दशा से बचने के लिये बुधवार के दिन जौ, सरसों, सिक्का, सात प्रकार के अनाज, नीले या भूरें रंग के कपड़े और कांच की वस्तुओं का दान करें. गोमेद रत्न धारण करने से राहु दोष से मुक्ति मिलती है.

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